सोमवार, मार्च 15, 2010

नवरात्रि पर्व पर विदेश की कुछ कवयित्रियों की कवितायें

                                 पिछले साल मैने आश्विन शुक्ल प्रतिप्रदा से  प्रारम्भ होने वाले नवरात्र में इस ब्लॉग में अपने देश की नौ कवयित्रियों की कवितायें प्रस्तुत की थी । इस प्रस्तुति को आप सभी ने सराहा और कविताओं का आनन्द लिया । अनेक मित्रों ने आग्रह किया कि इस परम्परा को जारी रखा जाये और हर नवरात्र पर इस कविता श्रंखला को  प्रस्तुत किया जाये ।आप सभी के आग्रह और स्नेह को देखकर मैने इस चैत्र के नवरात्र में भी नौ कवयित्रियों की कवितायें इस ब्लॉग पर प्र्स्तुत करने का विचार किया है । लेकिन इस बार मैने विदेश की कुछ कवियत्रियों की कविताओं का चयन किया है । इन कविताओं को पढ़कर आपको विश्व में अन्य स्थानों पर नारी की स्थिति और और उसके संघर्ष  और उसकी भागीदारी को निकट से देखने का अवसर मिलेगा ।
                                 इस सन्दर्भ में आज ही कबाडखाना ब्लॉग के श्री अशोक पाण्डे और कर्मनाशा ब्लॉग के श्री सिद्धेश्वर से मेरी बात हुई है उन्होने भी आश्वासन दिया है कि वे विदेश की कुछ कवयित्रियों की बेहतरीन कवितायें उपलब्ध करवायेंगे । श्री पाण्डे एवं सिद्धेश्वर जी द्वारा किये गये अनुवादों  से तो आप परिचित ही होंगे । इन कविताओं पर इस बार असुविधा ब्लॉग श्री अशोक कुमार पाण्डेय अपनी विशेष टिप्पणियाँ प्रस्तुत करेंगे । आप सभी से मेरी अपेक्षा है कि विश्व साहित्य की इन रचनाओं  पर हम सम्वाद करें । 
                                 इन कवयित्रियों में पोलैण्ड , रूस ,जर्मनी , हंगरी आदि देशों की कवयित्रियाँ शामिल हैं । उम्मीद करता हूँ इस नवरात्रि पर्व पर आप सभी को  हमारा यह प्रयास पसन्द आयेगा ।आप सभी को नववर्ष की शुभकामनायें   - शरद कोकास     

17 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढ़िया प्रस्तुति...नवरात्र पर्व की हार्दिक शुभकामनाये ...

    जवाब देंहटाएं
  2. सुस्वागतम
    प्रतीक्षा रहेगी

    जवाब देंहटाएं
  3. भारतीय नववर्ष, हिन्दू पर्व और विदेशी कवियत्रियों की रचनाएं। क्या आईडिया है:-)
    चलिए कोई बात नहीं हम तो वैसे भी "वसुदैव कुटुम्बकम" में विश्वास करने वाले हैं:-)
    शरद जी, ऊपर की पंक्तियों को सीरियसली मत लीजिएगा...
    बहुत बढिया प्रयास!! और आपको भी नववर्ष तथा नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाऎँ!!!

    जवाब देंहटाएं
  4. इन्तजार करेंगे हम भी....पलक पांवड़े बिछाए ....
    लड्डू बोलता है....इंजीनियर के दिल से....
    laddoospeaks.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं
  5. वाह ये तो बढिया है. हम इन्तज़ार कर रहे हैं.

    जवाब देंहटाएं
  6. # भारतीय नववर्ष 2067 , युगाब्द 5112 व पावन नवरात्रि की शुभकामनाएं
    # रत्नेश त्रिपाठी

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत बढ़िया प्रस्तुति...नवरात्र पर्व की हार्दिक शुभकामनाये ...

    जवाब देंहटाएं
  8. इन्तजार रहेगा.

    विदेश में रह रहे हिन्दी कवियों का कोई जुगाड़??

    :)

    नव संवत्सर 2067 व नवरात्रों की हार्दिक शुभकामनाएं.

    जवाब देंहटाएं
  9. इन्तजार रहेगा....
    नव संवत्सर की हार्दिक शुभकामनायें ....
    शुभ हो ...!!

    जवाब देंहटाएं
  10. इंतज़ार है श्रद्धा के आयातित रंगों का...

    वैसे शरद भाई, शिकायत समीर जी की भी वाज़िब है...

    जय हिंद...

    जवाब देंहटाएं
  11. अच्छा प्रयास है। नए साल की शुभकामना और नवरात्रि की बधाई

    जवाब देंहटाएं
  12. बहुत अच्छा। अब व्हाट्सएप्प और नेट पर समय का बेहतर उपयोग ही सकेगा। साधुवाद।

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत अच्छा। अब व्हाट्सएप्प और नेट पर समय का बेहतर उपयोग ही सकेगा। साधुवाद।

    जवाब देंहटाएं